**ईद मिलाद – उन- नबी पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिवस को बड़ी धूमधाम से मनाया गया*
*जनप्रतिनिधियों ने उलेमा व समाज के लोगों को दी बधाई*
✍️भास्कर न्यूज़ टुडे✍️
🙏प्रधान संपादक🙏
🙏आर के कश्यप🙏
बिलासपुर।👉ईद मिलाद – उन- नबी पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है जो इस्लाम के महत्वपूर्ण त्योहार में से एक है इस दिन मुसलमान पैगंबर मोहम्मद के जीवन,शिक्षाओं,और मानवता के प्रति अपने योगदान को याद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं यह दिन पैगंबर मोहम्मद के जन्म का प्रतीक है जिन्हें इस्लाम में अंतिम नवी माना जाता है इनका जन्म लगभग 570 ईस्वी में मक्का शहर में हुआ था । इन्होंने शांति, एकता और दया का संदेश दिया ।मुसलमान इस दिन पैगंबर मोहम्मद की शिक्षाओं को याद कर उनके जन्मदिन को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं । ‘
ईद मिलादुन्नबी के मौकें पर नगर में निकाले गए जुलूस-ए मोहम्मदी में ‘सरकार की आमद मरहबा’ ‘सब झूम के बोलों मरहबा’ के नारों से क्षेत्र गूंज उठा।जुलूस में शामिल समुदाय का जगह-जगह जनप्रतिनिधियों सहित लोगों ने फूलों से गुलपोशी की।साथ ही सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल और खुफिया विभाग मुस्तैद था।पैगम्बर-ए-इस्लाम हज़रत मुहम्मद साहब की यौमे पैदाइश के मौकें पर शुक्रवार की सुबह से ही मुस्लिम समुदाय के लोगों भारी संख्या में लोग माठखेड़ा रोड स्थित ईदगाह पर एकत्र होने लगे।जहां करीब नौ बजे सीरत कमेटी की जानिब से 1500 साला जुलूस-ए मोहम्मदी निकाला गया।इस दौरान जुलूस-ए मोहम्मदी में सबसे आगे इत्र पढ़ें पानी का टेकर चल रहा था।उनके पीछे मज़हबी पॉशाक और परचम लिए कमेटी के नायब सेकेट्री शादाब अली खां चल रहे थें।वहीं पीछे उलेमाओं का काफिला सलातो सलाम पढ़ते हुए चल रहे थें जबकि पीछे क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों से आए मदरसों के उलेमा और बच्चें नबी की शान में अपनी शानदार आवाज़ में नातिया कलाम साथ ही तकरीर बयां करते चल रहे थें।यह जुलूस-ए मोहम्मदी ईदगाह से शुरू होने के बाद माठखेड़ा रोड होता हुआ मुख्य चौराहे पर पहुंचा जहां पहले से पुलिस प्रशासन ने वाहनों के लिए रूट डायवर्ट कर रखा था।इस दौरान विभिन्न दलों के जनप्रतिनिधियों ने उलेमाओं सहित समुदाय के लोगों का गुलाब के फूलों के हार व शॉल पहनाकर गुलपोशी की।वही जुलूस में शामिल उत्साहित समुदाय सरकार की आमद मरहबा,सब झूम के बोलों मरहबा के नारे लगा रहा था इससे पूरा क्षेत्र गूंज उठा।इसके पश्चात यह जुलूस-ए मोहम्मदी चौराहे से सिनेमा रोड,भट्टी टोला,कायस्थान,साहूकारा,रजा चौक होता हुआ मुहल्ला शीरी मियां स्थित दरगाह हजरत शीरी मियां पहुंचा जहां समाप्ति की गई।इस मौकें पर कमेटी के सदर बच्छन रज़वी,सज्जन मियां,चंदू खां,इख्तेसार खां बब्बू आदि मौजूद रहे।
जुलूस-ए-मोहम्मदी को लेकर स्थानीय प्रशासन सतर्क रहा। पुलिस क्षेत्राधिकारी रविन्द्र प्रताप सिंह,प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह सहित आस-पास के थानों की पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात रही।साथ ही मुख्य चौराहे पर दमकल वाहन भी खड़ा कराया गया इसके अलावा एलआईयू उप निरीक्षक जीत बिष्ट भी मौजूद रहे।प्रशासन ने जुलूस-ए मोहम्मदी चौराहे पर पहुंचने से पहले ही नवीन मंडी और नैनीताल हाईवे पर सत्कार ढाबे से रूट डायवर्ट कर दिया था।