*सरकार द्वारा टीवी रोगियों को बेहतर उपचार दिलाने के लिए चलाए जा रहे हैं विभिन्न कार्यक्रम*
✍️भास्कर न्यूज़ टुडे✍️
🙏प्रधान संपादक🙏
🙏आर के कश्यप🙏
रामपुर : 👉 जनपद में टीबी रोगियों को बेहतर उपचार दिलाने और क्षयरोग नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। जिसमें टीबी रोगियों का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है।
इस अभियान में जनपद रामपुर ने बेहतर कार्य किये हैं। वर्ष 2024 से अब तक 6679 टीबी मरीज खोजे गए हैं जिन्हें स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार की गई पोषण पोटली वितरित की जा रही है। इसका परिणाम यह है कि जनपद में टीबी रोग से मरीजों की मृत्यु दर में 45 प्रतिशत् की गिरावट आई है।
आमजन मानस में जागरूकता लाने के लिए विभिन्न स्तरों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्षय रोगियों की पहचान जांच व दवा वितरण कर उनके उपचार में सहयोग किया जा रहा है।
जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह के निर्देश पर जनपद में टीबी रोगियों के स्वास्थ्य की मॉनीटरिंग करने के लिए जनपद स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां से ऑपरेटर द्वारा प्रतिदिन रोगियों को फोन के माध्यम से उनकी तबीयत के बारे में जानकारी ली जा रही है और नि:क्षय मित्रों को पोषण पोटली वितरण हेतु प्रेरित भी किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने बताया कि नि:क्षय मित्र अभियान के अंतर्गत इस वर्ष 6679 टीबी मरीजों में से 6597 मरीजों को पोषण पोटली वितरित की जा चुकी है और अन्य को भी वितरित की जा रही है। इस अभियान से जनपद के सभी अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व सभ्रांत व्यक्तियों को भी जोड़ा गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के 680 ग्राम पंचायतों को इस वर्ष के अंत तक टीबी मुक्त किया जाने का लक्ष्य है, इसके लिए चयनित गांव में लक्षण वल्नेरेबल ग्रुप वाले व्यक्तियों की जांच कर समुचित उपचार कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 329 ग्राम पंचायत में जांच का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और जनपद की 128 ग्राम पंचायतें टीबी उन्मूलन की ओर हैं। इसके अतिरिक्त विगत वर्ष 15 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की जा चुकी हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया कि जनपद में टीबी की जांच के लिए 20 नोट मशीन उपलब्ध हैं जो 13 टीयू (दुरुस्त स्थान) में स्थापित हैं, जहां ट्रेंड टेक्नीशियनों द्वारा मशीनों से टीबी जाँच की जा रही है।