*नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शेड्यूल के हिसाब से नहीं मिल पा रही बिजली*
*भाजपा मंडल अध्यक्ष ने डीएम को भेजा पत्र*
*शेड्यूल के हिसाब से आपूर्ति दिलाए जाने की रखी मांग*
👉भास्कर न्यूज़ टुडे/ आर के कश्यप🙏प्रधान संपादक🙏
स्वार।नगर समेत ग्रामीण क्षेत्र में बिजली व्यवस्था चरमराकर रह गई है।बिजली की आंख-मिचौली के चलते क्षेत्रवासियों का बुरा हाल हैं।क्षेत्रभर में बिजली व्यवस्था चरमराकर रह गई है।मंगलवार कोभाजपा मंडल अध्यक्ष देवेंद्र कुमार दिवाकर ने जिलाधिकारी पत्र भेज कर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शेड्यूल के हिसाब से बिजली आपूर्ति दिलाए जाने की मांग की है।पत्र में अवगत कराया गया है कि
नगर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के आने व जाने का कोई समय निश्चित नहीं है।कभी लोकल फाल्ट तो कभी ब्रेक डाउन से बिजली व्यवस्था का बुरा हाल है।ओवरलोड के चलते नगर समेत क्षेत्र की बिजली गुल होकर रह जाती है।बिजली न मिलने के कारण गर्मी में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।दिन में बिजली न मिलना एवं देर रात में बिजली आने के बाद सुबह गायब होने का क्रम दो सप्ताह से जारी है।उधर नगर समेत क्षेत्र के दूंदावाला,नानकार रानी,मीरापुर मीरगंज, समोदिया, नरपतनगर, मिलक काजी, गोविदपुरा, मिलकताज खां,हमीरपुर, रायपुर चुन्नावाला,पुस्वाड़ा, मिलकखानम,दूंदावाला,रुस्तम नगर छपरा,शिवपुरी. लखीमपुर.समोदिया.गिजपुरा, आरसल पारसल, रजानगर, डिलारी समेत दर्जनों गांव में रात दिन हो रही अंधाधुंध बिजली कटौती ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है।सरकार ने नगर को 22 घंटे व ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे तक बिजली आपूर्ति देने के सख्त निर्देश दिए हैं।इसके बावजूद अधिकारियों की लापरवाही के चलते बिजली व्यवस्था चरमराकर हुई है।बिजली की अंधाधुंध कटौती के चलते क्षेत्रवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लगातार मांग के बावजूद समस्या ज्यों की त्यों बनी है।भाजपा मंडल अध्यक्ष
ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर अवगत कराया है कि बिजली के आने व जाने का कोई समय नही है।जिसके चलते उपभोक्ता बिजली का मुंह ताकते रहते हैं। बिजली विभाग फाल्ट का बहाना बनाकर टाल देते हैं।सरकार द्वारा नगर को 20 घंटे व ग्रामीण क्षेत्रों को 18 घंटे बिजली देने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी सरकार के आदेशों का पालन न कर खिल्ली उड़ा रहे हैं।शेडयूल के हिसाब से बिजली न मिलने के कारण मोबाइल, इन्वर्टर,वाशिग मशीन, प्रेस आदि बिजली के उपकरण शोपीस बनकर रह गए हैं।लेकिन अधिकारी समस्या के प्रति अनजान बने हैं।पत्र में जिलाधिकारी से नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति शेड्यूल के हिसाब से दिलाए जाने की मांग की गई है।